अफगानिस्तान के स्टार स्पिनर गेदबाज नूर अहमत को इंटरनेशनल लीग टी-20 ने नियमो का उल्लघंन करने पर 12 महीने का बैन लगा दिया है। नूर मोहम्मद आईएलटी-20 में शाहजाह वॉरियर्स की टीम के अहम सदस्य थे। नूर को इस टूूूर्नामेंट के लिए 1 साल के लिए अनुबंधित किया गया था। उन्होने इस लीग में शाहजाह वॉरियर्स के लिए एक साल क्रिकेट भी खेली है।
इस वजह से नूर मोहम्मद पर लगा एक साल का प्रतिबन्ध
- इंटरनेशल लीग टी-20 में शाहजाह वारियर्स की टीम की तरफ से खेले है नूर मोहम्मद
- नूर मोहम्मद ने इस लीग के पहले सीजन में शानदार प्रर्दशन किया था
- शाहजाह की टीम दूसरे सीजन में भी नूर को अपने साथ जोडे रखना चाहती थी
- नूर मोहम्मद सीजन 2 के लिए शाहजाह वारिसर्य की टीम से खेलने से साफ इन्कार कर दिया
- शाहजाह वारियर्स ने नूर मोहम्मद की शिकायत इंटरनेशनल लीग टी-20 में कर दी
- जिसके बाद नूर मोहम्मद पर एक साल का बैन लगा दिया गया
शाहजाह वारियर्स की टीम ने उन्होने एक साल और अपने साथ जुडे रहने की पेशकश की जिसे नूर ने ठुुुुकरा दिया। उन्होने इंटरनेटशल लीग टी-20 में सीजर 2 में खेलने से साफ इन्कार कर दिया। जिसकी वजह से उनके ऊपर 12 महीने का बैन लगा दिया गया है।
दरअसल जब कोई खिलाडी इंटरनेशनल लीग टी-20 जैसी बड़ी लीग में खेलता है तो वो उस लीग के नियम कानून में बधा होता है। नूर मोहम्मद इस लीग में शाहजाह वारियर्स की तरफ खेला करते थेे। इस लीग के सीजन 1 नूर मोहम्मद ने काफी कमाल का खेल दिखाया था। शाहजाह वारियर्स का टीम मैनेेेेजमेंट चाहता था कि नूर दूसरे सीजन के लिए भी उनकी टीम की तरफ से खेले।
लेकिन नूर ने दूसरे सीजन के लिए इस टीम की तरफ से खेलने से साफ इन्कार कर दिया। जिसके शाहजाह वारियर्स की टीम ने नूर मोहम्मद की शिकायत ILT20 में कर दी। जिसके बाद लीग की तरफ से नूर को कारण बताओ नोटिस भी भेजा गया। इस नोटिस का नूर मोहम्मद ने कोई जवाब नही दिया। नूर मोहम्मद की तरफ से कोई प्रतिक्रिया नही आने पर इंटरनेशनल लीग टी-20 ने उनके ऊपर 1 साल का बैन लगा दिया।
आपको बता दे कि नूर मोहम्मद आईपीएल में गुजरात टाइटंस की टीम से तरफ से खेला करते है। दुनिया में आईपीएल में खेलने के लिए खिलाड़ी कुछ भी करने के लिए तैयार हो जाते है। इसकी सबसे बड़ी वजह ये है कि जितना पैसा आईपीएल खिलाडियो को देता है। उतना पैसा अन्य सभी तरह की लीगो में खेलकर भी खिलाड़ी नही कमा पाते। आईपीएल 2024 के होने में अब बहुत कम समय बचा है। ऐसे में अब कोई भी खिलाड़ी किसी अन्य लीग के साथ लम्बे समय के लिए किसी कॉन्टेंक्ट को साइन नही करन चाहता।