भारत और इंग्लैंड के बीच हो रही टेस्ट मैचो की सीरीज का अन्तिम मैच 7 मार्च को धर्मशाला के क्रिकेट मैदान में होना है। टीम इंडिया 5 मैचो की इस टेस्ट सीरीज को पहले ही 3-1 से जीत चुका है। ऐसे में इस सीरीज के हिसाब से ये मैच महज एक औपचारिकता रह गया है।
इस टेस्ट सीरीज के लिहाज से ये मैच भले ही कोई महत्व ना रखता हो लेकिन टीम इंडिया के लिए ये मैच काफी खास होने वाला है। अगर टीम इंडिया ये मैच जीत लेती है तो टेस्ट मैचो में इस टीम की हार जीत का हिसाब बराबर हो जायेगा।
टीम इंडिया ने 1932 में खेला था अपना पहला टेस्ट मैच
टीम इंडिया ने अपना पहला मैच 1932 में खेला था। तब से लेकर अब तक इंडियन टीम कुल 578 टेस्ट मैच खुल चुकी है। इन 578 टेस्ट मैचो में भारत ने 177 मैच जीते है और 178 मैचो में उसे हार का सामना करना पड़ा है।
इस हिसाब से अगर टीम इंडिया धर्मशाला का मैच जीत लेती है तो ये आकड़ा बराबर हो जायेगा। इसी रिकार्ड को बराबर करने के लिए टीम इंडिया के लिए धर्मशाला का ये मैच जीतना बहुत जरूरी है।
आपको बता दे कि टेस्ट क्रिकेट खेलनी वाली सिर्फ चार टीमे ही ऐसी है जिन्होने हार से ज्यादा जीत दर्ज की है। इन टीमो में इंग्लैंड, आस्ट्रेलिया, दक्षिण अफ्रीका और पाकिस्तान की टीम शामिल है। टेस्ट मैचो में हार जीत को लेकर सबसे अच्छा रिकार्ड आस्ट्रेलिया का है। आस्ट्रेलिया ने 412 मुकाबले जीते है जबकि सिर्फ 232 मुकाबलो में ही इस टीम को हार मिली।
आपको बता दे कि घरेलु मैदान पर टीम इंडिया का रिकार्ड काफी शानदार रहा है। टीम इंडिया ने इंडिया में कुल 288 टेस्ट मैच खेले है जिनमे से 117 मैचो में टीम इंडिया ने जीत हासिल की है। घरेलू मैदानो पर टीम इंडिया को सिर्फ 55 बार ही हार नसीब हुई है।