रणजी ट्रॉफी के दूसरे सेमीफाइनल में विदर्भ ने गत चैपिंयन मध्य प्रदेश को हराकर फाइनल मैच में प्रवेश कर लिया है। फाइनल मैच में विदर्भ का मुकाबला मुंबई जैसी चैपियंन टीम से होना है जो अब तक 41 बार रणजी ट्राफी को जीत चुकी है।
258 रनो पर ही सिमट गई मध्यप्रदेश की दूसरी पारी
नागपुर के मैदान में खेले गये इस रणजी ट्राफी के सेमीफाइनल में विदर्भ की टीम ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए सिर्फ 170 रन बनाये थे। इस 170 रनो के जवाब में मध्यप्रदेश की टीम ने पहली पारी में 252 रन बनाये थे। जिसकी वजह से इस टीम को पहली पारी में 82 रनो की अच्छी खासी लीड मिली थी।
इस मैच की पहली पारी फ्लॉप प्रर्दशन करने वाले विदर्भ के बल्लेबाजो ने दूसरी पारी में शानदार खेल दिखाते हुए 402 रन बनाये। विदर्भ की दूसरी पारी में बने इन रनो की वजह से अब मध्यप्रदेश को इस मैच को जीतने के लिए दूसरी पारी में 302 रन बनाने थे। लेकिन मध्य प्रदेश की दूसरी पारी सिर्फ 258 रनो पर ही सिमट गई। इस मैच को जीतकर विदर्भ की टीम तीसरी बार रणजी ट्राफी में के फाइनल में पहुंच चुकी है। अब फाइनल में 10 मार्च को ये टीम मुंबई की टीम से टकरायेगी।
यश राठौर ने खेली 141 रनो की पारी
विर्दभ की इस जीत में सबसे बडा योगदान यश राठौर का रहा। यश राठौर ने इस मैच में 141 रनो की शानदार पारी खेली। यश राठौर ने मध्यप्रदेश के लगभग हर गेदबाज पर रन बनाये। यश के अलावा इस मैच में अक्षय वाडकर ने भी 77 रनो की उपयोगी पारी खेली।
पहली पारी में नाकाम रहने वाले अक्षय दूसरी पारी काफी सूझ बूझ के साथ अपनी पारी खेली और यश के साथ एक अच्छी पार्टनरशिप की। एमपी के ओर से इस मैच में अनुभव अग्रवाल ने काफी अच्छी गेदबाजी की। अनुभव ने इस मैच की दूसरी पारी में विदर्भ के 5 बल्लेबाजो को आउट किया।